







अमिताभ बच्चन के बॉडी डबल
फिल्म में रणबीर कपूर ने अमिताभ बच्चन के बॉडी डबल के रूप में कुछ सीन्स में दिखाई दिए हैं। एक सीन में जहां अमिताभ बच्चन फव्वारे के पास बैठे हैं वो असल में अमिताभ बच्चन नहीं बल्कि रणबीर कपूर हैं।








आएशा कपूर के गुरू
फिल्म में छोटी रानी मुखर्जी की भूमिका में दिखाई दी थीं चाइल्ड आर्टिस्ट आएशा कपूर। आएशा कपूर को फिल्म के हर एक सीन के लिए ट्रेन किया था खुद रणबीर कपूर ने।








दूसरी असिस्टेंट सोनम कपूर
फिल्म में रणबीर कपूर के अलावा, संजय लीला भंसाली की दूसरी असिस्टेंट थीं सोनम कपूर जो स्टार्स के कॉस्ट्यूम का पूरा पूरा ख्याल रखती थीं। इस फिल्म में भंसाली को असिस्ट करने के बाद सोनम कपूर और रणबीर कपूर ने भंसाली की फिल्म सांवरिया से अपना फिल्म डेब्यू किया था।








करीना कपूर को किया रिप्लेस
फिल्म के लिए भंसाली ने पहले करीना कपूर को अप्रोच किया था। करीना फिल्म करने भी वाली थीं। लेकिन उस समय बच्चन परिवार और कपूर परिवार के रिश्ते अभिषेक बच्चन और करिश्मा कपूर की सगाई टूटने के बाद खराब हो चुके थे। इसलिए भंसाली ने फिल्म से करीना कपूर को रिप्लेस ही कर दिया।








रानी ने रिजेक्ट की थी फिल्म
रानी मुखर्जी ये फिल्म साइन ही नहीं करना चाहती थीं क्योंकि उन्हें लगता था कि वो इतना मुश्किल किरदार सफल तरीके से परदे पर निभाने में सक्षम नहीं हैं। भंसाली के बहुत समझाने के बाद रानी ने ये किरदार निभाया।








आलिया भी हो गईं थीं रिजेक्ट
फिल्म में छोटी मिशेल के किरदार के लिए आलिया भट्ट ने भी ऑडीशन दिया था। भंसाली को आलिया का ऑडीशन बहुत पसंद भी आया था लेकिन उन्हें लगा कि आलिया की इंडस्ट्री में शुरूआत इस रोल से नहीं होनी चाहिए। वो और शानदार किरदारों के लिए बनी हैं। इसलिए फिल्म में आलिया रिजेक्ट हो गईं और आएशा कपूर फाईनल हुईं।








दिलीप कुमार को पसंद आई फिल्म
दिलीप कुमार ने जब ये फिल्म देखी तो वो इतने खुश हुए कि रानी मुखर्जी और अमिताभ बच्चन को प्रशंसा के लेटर लिखे थे। दोनों के लिए ही ये सबसे बड़ा अचीवमेंट था।








लोग हुए थे नाराज़
फिल्म के लिए चाइल्ड एक्टर आएशा कपूर को फिल्मफेयर अवार्ड मिला और अवार्ड लेते समय वो अमिताभ बच्चन को अमिताभ कह कर बुलाती रहीं और हर किसी को ये बहुत ही गलत व्यवहार लगा था।








फिल्म का टाईटल
फिल्म का टाईटल ब्लैक संजय लीला भंसाली का फेवरिट कलर था। लेकिन इस नाम का कॉपीराइट कुमार गौरव के पास था। जब संजय लीला भंसाली ने कुमार गौरव से ये टाईटल मांगा तो उन्होंने तुरंत दे दिया क्योंकि उन्हें लगा कि ब्लैक जैसी फिल्म सिनेमा के इतिहास के लिए ज़रूरी है। इसलिए कुमार गौरव को फिल्म के क्रेडिट में जगह दी गई है।








खूब रिसर्च की थी
ब्लैक बनाने से पहले, संजय लीला भंसाली ने खामोशी द म्यूज़िकल बनाई थी। वो फिल्म भी एक मूक – बधिर कपल की ज़िंदगी पर आधारित थी। इन दोनों ही फिल्मों की प्रेरणा, भंसाली को हेलेन केलर इंस्टीट्यूट जाकर मिली थी। भंसाली ने वहां जाने के बाद अपनी फिल्मों के लिए काफी रिसर्च की थी। यही कारण है कि आज भी सिनेप्रेमियों के दिल में ये फिल्में राज करती हैं।