







राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार
सूत्र ने बताया, “हां, सुशांत सिंह राजपूत के नाम पर एक राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार शुरू करने की योजना बनाई जा रही है। प्रस्ताव को सामने रखा गया है। लेकिन फिर, जैसा कि हम सभी जानते हैं नौकरशाही और राजनीति में काम थोड़ा धीमा चलता है। इस विचार को आगे बढ़ाने में समय लग रहा है। लेकिन हम वहां पहुंचेंगे, मुझे यकीन है।”








दादा साहब फाल्के इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल अवार्ड
सुशांत सिंह राजपूत को दादा साहब फाल्के इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल अवार्ड्स 2021 में बेस्ट क्रिटिक्स अभिनेता से सम्मानित किया गया है।








बेस्ट एक्टर का अवार्ड
दादा साहब फाल्के इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ने अपने पोस्ट में लिखा, “इस उपलब्धि के रास्ते पर आपके द्वारा दिखाए गए समर्पण का जश्न मनाया गया है। दादासाहेब फाल्के इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल 2021 में बेस्ट क्रिटिक्स अभिनेता का पुरस्कार जीतने के लिए स्वर्गीय सुशांत सिंह राजपूत को बधाई। हम आपको याद करते हैं!“








चल रही है सीबीआई की जांच
14 जून 2020 को सुशांत का मृत शरीर उनके मुंबई आवास में पाया गया था। शुरुआत में इसे आत्महत्या कहकर रिपोर्ट किया गया था, लेकिन सुशांत के परिवार के हत्या की आशंका जताई और एफआईआर रिपोर्ट की। जिसके बाद से इस केस पर सीबीआई की जांच चल रही है, लेकिन अभी तक किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंची है।








फिल्मी सफर
टेलीविजन में 3 सालों तक जुड़े रहने के बाद सुशांत ने फिल्मों में एंट्री ली.. और क्या एंट्री ली।
2013 में आई फिल्म ‘काई पो छे’ में उनके अभिनय को बहुत सराहा गया था। रातोंरात सुशांत फिल्म इंडस्ट्री का वो चेहरा बन गए थे, जिसे हर निर्माता- निर्देशक अपनी फिल्म में लेना चाहता था।








एक से बढ़कर एक फिल्में
पहली फिल्म के बाद ही बॉलीवुड ने दिल खोलकर सुशांत का स्वागत किया। वो शुद्ध देसी रोमांस, पीके, डिकेक्टिव ब्योमकेश बख्शी, धोनी, सोनचिड़िया, छिछोरे, दिल बेचारा जैसी फिल्मों में नजर आए। जो सभी हिट और सुपरहिट फिल्में रहीं। खासकर धोनी बॉयोपिक से सुशांत को एक अलग ऊंचाई मिली।